नई दिल्ली: क्या आप भूलने की आदत या तनाव से जूझ रहे हैं? अगर हाँ, तो आपके लिए एक मीठी खबर है। एक ताजा अध्ययन में पाया गया है कि डार्क चॉकलेट का एक टुकड़ा या मुट्ठी भर बेरीज आपकी याददाश्त को बढ़ावा देने और तनाव को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
यह रिसर्च जापान के शिबौरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने की है। उनके अनुसार, इसका श्रेय फ्लेवनॉल्स (Flavanols) नामक यौगिकों को जाता है, जो कोको (चॉकलेट बनाने का मुख्य घटक) और जामुन जैसे फलों में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
फ्लेवनॉल्स दिमाग के लिए क्यों हैं फायदेमंद?
यह अध्ययन, जो ‘करंट रिसर्च इन फूड साइंस’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है, बताता है कि फ्लेवनॉल्स का सेवन शारीरिक व्यायाम जैसी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर कर सकता है। ये यौगिक एक ‘मॉडरेट स्ट्रेसर’ (हल्का तनावकारक) की तरह काम करते हैं जो हमारे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है। इससे ध्यान, सजगता और याददाश्त में सुधार होता है। साथ ही, फ्लेवनॉल्स तंत्रिका कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से भी बचाते हैं।
अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. यासुयुकी फुजी के अनुसार, “इस अध्ययन में फ्लेवनॉल्स द्वारा उत्पन्न तनाव प्रतिक्रियाएं शारीरिक व्यायाम से मिलती-जुलती हैं। इसलिए, खराब बायोअवेलेबिलिटी के बावजूद फ्लेवनॉल्स का संतुलित सेवन स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकता है।”
कैसे हुआ शोध?
वैज्ञानिकों ने यह जानने की कोशिश की कि क्या फ्लेवनॉल्स का कसैला स्वाद (Astringent taste) सीधे दिमाग को कोई संकेत भेजता है। इस परिकल्पना का परीक्षण करने के लिए उन्होंने चूहों पर प्रयोग किए। कुछ चूहों को फ्लेवनॉल्स दिए गए, जबकि अन्य को सिर्फ पानी दिया गया।
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष:
- बेहतर याददाश्त और सीखने की क्षमता: फ्लेवनॉल्स खाने वाले चूहों ने सामान्य चूहों की तुलना में बेहतर मोटर कौशल, ज्यादा खोजबीन करने की आदत और बेहतर सीखने-याद रखने की क्षमता दिखाई।
- मस्तिष्क के रसायनों में वृद्धि: फ्लेवनॉल्स देने के तुरंत बाद चूहों के दिमाग के कई हिस्सों में डोपामाइन, नॉरएपिनेफ्राइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर की मात्रा बढ़ गई। ये रसायन प्रेरणा, ध्यान, तनाव प्रतिक्रिया और सजगता को नियंत्रित करते हैं।
- तनाव प्रतिक्रिया में सुधार: बायोकेमिकल विश्लेषण में पाया गया कि फ्लेवनॉल्स लेने वाले चूहों के मूत्र में कैटेकोलामाइन्स (तनाव के दौरान जारी होने वाले हार्मोन) का स्तर अधिक था। साथ ही, दिमाग का वह हिस्सा (हाइपोथैलेमिक पैरावेंट्रिकुलर न्यूक्लियस) जो तनाव को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है, ज्यादा सक्रिय पाया गया।
सरल शब्दों में समझें:
आसान भाषा में कहें तो, फ्लेवनॉल्स हमारे दिमाग और शरीर में एक ऐसी हल्की सी ‘अच्छी’ उथल-पुथल पैदा करते हैं, जैसी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज से होती है। यह उथल-पुथल दिमाग को ज्यादा सक्रिय, सजग और याद रखने वाला बना देती है, और साथ ही तनाव झेलने की क्षमता भी बढ़ाती है।
डार्क चॉकलेट के प्रकार (कोको प्रतिशत के आधार पर)
डार्क चॉकलेट को मुख्य रूप से उसमें मौजूद कोको सामग्री के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
| कोको प्रतिशत | विशेषताएँ | किसके लिए उपयुक्त? |
|---|---|---|
| 50% – 70% | हल्का मीठा स्वाद, कड़वाहट कम। कोको का स्वाद हल्का होता है। | शुरुआती लोगों के लिए बेहतर, जो मिल्क चॉकलेट से डार्क चॉकलेट की तरफ बढ़ रहे हों। |
| 70% – 85% | संतुलित स्वाद, थोड़ी कड़वाहट के साथ गहरा कोको स्वाद। स्वास्थ्य लाभ के लिए सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। | नियमित उपभोक्ता जो स्वाद और स्वास्थ्य दोनों चाहते हैं। अधिकांश लोगों के लिए यही रेंज आदर्श है। |
| 85% और ऊपर | तीव्र और गहरी कड़वाहट, बहुत कम मिठास। फ्लेवनॉल्स सबसे अधिक। | डार्क चॉकलेट के अनुभवी शौकीन, जो चॉकलेट के असली कोको स्वाद का आनंद लेते हैं। |
डार्क चॉकलेट का चयन कैसे करें? (स्टेप-बाय-स्टेप गाइड)
- कोको परत देखें: हमेशा “Cocoa Solids” या “% Cocoa” देखें। स्वास्थ्य लाभ के लिए कम से कम 70% या उससे अधिक कोको वाली चॉकलेट चुनें।
- सामग्री सूची पढ़ें: सामग्री सूची बहुत छोटी होनी चाहिए। पहले दो या तीन घटक “Cocoa Mass”, “Cocoa Butter”, “Sugar” हों। इससे बचें जिनमें “Milk Solids”, “Vegetable Fats/Fats (except Cocoa Butter)”, “Artificial Flavours” हों।
- बीन्स का प्रकार (अगर उल्लेख हो): अच्छी क्वालिटी की चॉकलेट अक्सर कोको बीन्स के प्रकार (जैसे Criollo, Forastero) या उसके उत्पत्ति के स्थान (जैसे Madagascar, Ecuador) का उल्लेख करती है। यह गुणवत्ता का संकेत है।
- रंग और चमक: इसका रंग गहरा भूरा, समान और थोड़ा चमकदार होना चाहिए। सफेदी पड़ी हुई परत (Bloom) हो तो इसका मतलब है कि यह पिघलकर जमी हुई है, लेकिन यह खाने के लिए सुरक्षित है।
- आवाज़ सुनें: एक अच्छी डार्क चॉकलेट के टुकड़े को तोड़ने पर एक साफ, तेज और कर्कश (Snap) आवाज आनी चाहिए।
दुनिया भर में प्रसिद्ध डार्क चॉकलेट्स के स्रोत
उच्च गुणवत्ता वाली डार्क चॉकलेट अक्सर Single-Origin होती है, जिसका अर्थ है कि उसके कोको बीन्स एक विशेष क्षेत्र से आते हैं।
| क्षेत्र | विशेषताएँ (Flavour Profile) | प्रसिद्ध ब्रांड (उदाहरण) |
|---|---|---|
| दक्षिण अमेरिका (ईक्वाडोर, वेनेजुएला) | फलों के स्वाद, फूलों की खुशबू, हल्की और जटिल फ्लेवर प्रोफाइल। | Valrhona, Pacari |
| मध्य अमेरिका (कोस्टा रिका, मेक्सिको) | मसालेदार, नट्स जैसा स्वाद, कभी-कभी स्मोकी नोट्स। | Taza Chocolate |
| अफ्रीका (घाना, आइवरी कोस्ट, मेडागास्कर) | मजबूत, मिट्टी जैसा और रबड़ी स्वाद, तीव्र कोको टेस्ट। अधिकांश कमर्शियल चॉकलेट यहाँ से आती है। | Lindt Excellence, Green & Black’s |
| एशिया-प्रशांत (वियतनाम, पापुआ न्यू गिनी) | अधिक तीखा, फलों और मसालों के नोट्स के साथ। | Marou (वियतनाम) |
भारत में भी अब कई बेहतरीन कारीगर (Artisan) चॉकलेट बनाने वाले ब्रांड उभर रहे हैं जो दक्षिण भारत के कोको का उपयोग करते हैं, जैसे Mason & Co., Earth Loaf, Soklet.
डार्क चॉकलेट की कीमत (अनुमानित)
डार्क चॉकलेट की कीमत उसकी गुणवत्ता, कोको प्रतिशत, ब्रांड और उत्पत्ति पर निर्भर करती है।
| प्रकार | अनुमानित कीमत (प्रति 100 ग्राम) | अनुमानित कीमत (प्रति किलोग्राम) |
|---|---|---|
| सामान्य ब्रांड (70-85%) | ₹150 – ₹400 | ₹1,500 – ₹4,000 |
| प्रीमियम/सिंगल-ओरिजिन | ₹400 – ₹1,000+ | ₹4,000 – ₹10,000+ |
| भारतीय आर्टिसन ब्रांड | ₹250 – ₹600 | ₹2,500 – ₹6,000 |
अपनी दिनचर्या में कैसे शामिल करें?
अपने दिमागी स्वास्थ्य को बूस्ट करने के लिए आप इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं:
- डार्क चॉकलेट: रोजाना 20-30 ग्राम (2-3 छोटे टुकड़े) 70% या अधिक कोको वाली डार्क चॉकलेट का सेवन करें।
- बेरीज: ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, ब्लैकबेरी आदि का सेवन करें।
- अन्य स्रोत: कोको निब्स, चाय (ग्रीन टी और ब्लैक टी), अंगूर, सेब और हरी पत्तेदार सब्जियों में भी फ्लेवनॉल्स पाए जाते हैं।
अंतिम सलाह: ध्यान रहे, संतुलित मात्रा में इनका सेवन ही लाभकारी होता है, क्योंकि डार्क चॉकलेट में भी कैलोरी और वसा होती है। तो, अगली बार जब आप तनाव में हों या कुछ याद न आ रहा हो, तो गुणवत्ता वाली डार्क चॉकलेट के एक-दो टुकड़े का आनंद लें और अपने दिमाग को एक स्वस्थ बढ़ावा दें।
शिबौरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जापान, कृपया मूल लेख यहाँ पढ़ें : Flavonoids in Polyphenols: Activating Gut Hormones to Improve Health.
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स्वास्थ्य संबंधी अस्वीकरण (Health Disclaimer)
इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे चिकित्सीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
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- अनुसंधान की सीमाएँ: यह लेख एक पशु अध्ययन पर आधारित है। मनुष्यों में परिणाम समान हो, यह आवश्यक नहीं है। वैज्ञानिक शोध निरंतर विकसित हो रहा है, और नई जानकारी पुराने निष्कर्षों को बदल सकती है।
- मात्रा में संयम: डार्क चॉकलेट, भले ही उच्च कोको सामग्री वाली हो, इसमें कैलोरी, वसा और चीनी होती है। अत्यधिक सेवन से स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। संतुलित मात्रा में ही सेवन करने की सलाह दी जाती है।
- चिकित्सीय स्थिति: यदि आपकी कोई चिकित्सीय स्थिति है (जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एलर्जी, या कोई अन्य), गर्भवती हैं, या कोई दवा ले रहे हैं, तो अपने आहार में कोई भी महत्वपूर्ण बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
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